पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक के लिए जी20 प्रतिनिधि श्रीनगर पहुंचे


श्रीनगर 22 मई : जी20 देशों के पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक के लिए सोमवार को करीब 60 विदेशी प्रतिनिधि यहां पहुंचे।

अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने तथा तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों - जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित करने के बाद कश्मीर में यह पहली अंतर्राष्ट्रीय बैठक है।

अधिकारियों ने कहा कि जी20 समूह के कई देशों के प्रतिनिधि कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह एक चार्टर्ड विमान से श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचे।

उन्होंने कहा कि मार्ग पर सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती के बीच प्रतिनिधियों को बैठक स्थल शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) ले जाया गया।

प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए G20 लोगो के साथ दीवारों तथा होर्डिंग्स पर चित्रित आर्ट को नया रूप मिला है।

अधिकारियों ने कहा कि कार्यक्रम बिना किसी घटना के संपन्न हो यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

अधिकारियों ने कहा कि जहां एसकेआईसीसी के आसपास के बुलेवार्ड रोड को तीन दिनों के लिए नो-गो जोन बना दिया गया है, वहीं प्रतिनिधियों द्वारा लिए गए मार्ग तथा एयरपोर्ट रोड से डलगेट तक के मार्ग पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती है।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम स्थलों की सुरक्षा के लिए एनएसजी तथा मरीन कमांडो की मदद से पूरी घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

मार्ग के साथ-साथ तथा शहर के संवेदनशील स्थानों पर, स्थानों के भीतर और आसपास स्वच्छता तथा “क्षेत्र प्रभुत्व” अभ्यास किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि किसी विस्फोटक या आईईडी की जांच के लिए स्कैनर तथा खोजी कुत्तों को लगाया गया है। शहर से गुजरने वाले वाहनों की औचक जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई विध्वंसक तत्व शहर में प्रवेश न कर पाए।

जम्मू और कश्मीर पुलिस ने मेहमानों के लिए बैठक स्थल तथा आवास सुविधाओं के दृश्य के साथ ज़बरवान रेंज के ऊंचे इलाकों को कवर करने के लिए सेना को शामिल किया है।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की तीस कंपनियां, जिन्हें पहले देश के बाकी हिस्सों में चुनाव ड्यूटी के लिए जम्मू-कश्मीर से बाहर ले जाया गया था, उन्हें घाटी में सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए वापस बुला लिया गया है। एनएसजी की काउंटर-ड्रोन यूनिट को यह सुनिश्चित करने के लिए सेवा में लगाया गया है कि कोई अवांछित हवाई घुसपैठ न हो।

अधिकारियों के अनुसार, शहर या अन्य जगहों पर लोगों की आवाजाही या सार्वजनिक परिवहन पर कोई प्रतिबंध नहीं है। शहर भर में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले हैं और जनजीवन 'बिल्कुल सामान्य' है।

श्रीनगर शहर को पर्यटन पर तीन दिवसीय कार्यकारी समूह की बैठक के लिए सजाया गया है। कई परियोजनाएं, जो श्रीनगर स्मार्ट सिटी का हिस्सा थीं, उनको प्राथमिकता के आधार पर लिया गया है तथा शहर को अंतरराष्ट्रीय आयोजन के लिए सजाया गया है।

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