कश्मीरी जड़ें और बॉलीवुड बीट्स : फहीम और अर्सलान ने वाईआरएफ की सैयारा की आत्मा को गढ़ा


श्रीनगर, 16 जून : श्रीनगर के दो युवा कलाकार फहीम अब्दुल्ला और अर्सलान निजामी ने यशराज फिल्म्स (YRF) की आगामी बॉलीवुड फिल्म सैयारा के टाइटल गीत में योगदान देकर भारतीय संगीत जगत में एक नई पहचान बनाई है। मोहित सूरी के निर्देशन में बनी यह फिल्म 18 जुलाई को रिलीज हो रही है, जिसमें अहान पांडे और अनीत पड्डा मुख्य भूमिका में हैं।

फिल्म के शीर्षक गीत को फहीम अब्दुल्ला ने अपनी आवाज दी है, जबकि संगीत रचना प्रसिद्ध संगीतकार तनिष्क बागची के साथ मिलकर अर्सलान निजामी ने की है। गैर-फिल्मी पृष्ठभूमि से आने वाले इन दो कश्मीरी युवाओं के लिए यह उपलब्धि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है।

"कभी नहीं सोचा था YRF का हिस्सा बनूंगा" बातचीत में फहीम ने कहा, “हमारी यात्रा आम कश्मीरी युवाओं की तरह रही है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं वाईआरएफ जैसी बड़ी फिल्म का हिस्सा बनूंगा।” अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर फहीम अपने परिवार में कला को करियर बनाने वाले पहले सदस्य हैं।

ज़ोजिला टनल से मायानगरी तक अर्सलान निजामी, जो पहले ज़ोजिला टनल परियोजना में सुरंग इंजीनियर थे, ने बताया कि संगीत के प्रति उनका लगाव बचपन से था, जिसकी प्रेरणा उन्हें अपने स्कूल शिक्षक और पिता, प्रसिद्ध गायक कैसर निजामी से मिली। "मेरे शिक्षक ने मुझे आत्मविश्वास दिया कि मैं संगीत को अपना सकता हूं," उन्होंने कहा।

अर्सलान ने बताया कि उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर फहीम के साथ मुंबई की ओर रुख किया। “मुंबई में 13 दिन दरवाज़े खटखटाने के बाद 14वें दिन हमारी मुलाकात तनिष्क बागची से हुई, जिन्होंने हममें कुछ खास देखा,” उन्होंने याद करते हुए कहा।

"पारंपरिक ही समकालीन है" संगीत की बात करते हुए फहीम और अर्सलान ने कहा कि उन्होंने गीत में कश्मीर की गहराई को समकालीन लय और ध्वनि के साथ प्रस्तुत किया है। “सिर्फ इसलिए कि हम कश्मीर से हैं, इसका मतलब यह नहीं कि हर गीत में कश्मीरी वाद्ययंत्र हों। बॉलीवुड में बहुमुखी प्रतिभा की मांग होती है,” फहीम ने कहा।

सेट पर कश्मीरी एकजुटता फिल्म की शूटिंग के दौरान फहीम ने बताया कि सेट पर उन्हें एक कश्मीरी पंडित से मिलने का अवसर मिला, जो क्रू के सौ सदस्यों में से एक थे। “चार कश्मीरी एक साथ काम कर रहे थे – यह बेहद भावुक और खुशी का पल था,” उन्होंने कहा।

कश्मीरी युवाओं के लिए प्रेरणा दोनों कलाकारों ने इस सफलता को कश्मीरी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। “हम उम्मीद करते हैं कि यह प्रोजेक्ट उन युवाओं के लिए नए दरवाजे खोलेगा जो बॉलीवुड में आने का सपना देखते हैं,” अर्सलान ने कहा। वहीं फहीम ने जोड़ा, “हमारे भी सपने थे, और हमें लगता था कि हम किसी बड़ी चीज़ के लिए बने हैं। सैयारा और YRF के रूप में यह सपना हकीकत बन गया।”

इन दोनों युवा कलाकारों की सफलता कश्मीर की प्रतिभा, परिश्रम और संभावनाओं की चमकदार मिसाल बनकर सामने आई है।


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