जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थलों पर पार्क फिर से खुल गए, जिनमें पहलगाम के कुछ पार्क भी शामिल हैं


श्रीनगर, 17 जून : जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मंगलवार को पहलगाम सहित उन 16 पर्यटन स्थलों को दोबारा खोल दिया, जो 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा कारणों से बंद कर दिए गए थे। अधिकारियों के अनुसार, इन पार्कों के दोबारा खुलने से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में खुशी की लहर दौड़ गई है, जिन्होंने बड़ी संख्या में पार्कों का रुख किया।

सबसे चर्चित पर्यटन स्थल पहलगाम के बैसरन इलाके में अप्रैल माह में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इसके मद्देनज़र सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पार्कों को बंद किया गया था।

राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को 16 पार्कों को चरणबद्ध तरीके से पुन : खोलने का आदेश जारी किया था – जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में आठ-आठ पार्कों को फिर से खोला गया है।

मंगलवार को खोले गए पार्कों में पहलगाम की बेताब घाटी, पहलगाम बाजार के पास का पार्क, अनंतनाग जिले के वेरीनाग, कोकेरनाग, अच्छाबल उद्यान, श्रीनगर के बादामवारी पार्क, डल झील के निकट डक पार्क और हजरतबल के समीप तकदीर पार्क शामिल हैं।

वहीं जम्मू क्षेत्र में कठुआ के सरथल और धागर, रियासी के देवीपिंडी, सियाद बाबा, सुला पार्क, डोडा के गुलदांडा और जय घाटी तथा उधमपुर की पंचेरी घाटी में भी पार्कों को खोल दिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों की सहायता के लिए पर्यटन पुलिस की तैनाती की गई है तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पार्कों के चारों ओर सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है।

वेरीनाग पार्क में स्थानीय स्कूली बच्चों ने विशेष कार्यक्रम के तहत पर्यटकों का स्वागत किया। पंजाब से आए एक पर्यटक ने कहा, "हम यहां पहले ही अच्छा महसूस कर रहे थे, लेकिन पार्कों के फिर से खुलने और स्वागत की गर्मजोशी ने अनुभव को अविस्मरणीय बना दिया।"

एक अन्य पर्यटक ने इसे "शब्दों से परे अनुभव" बताते हुए देश के अन्य नागरिकों से कश्मीर आने और इसकी सुंदरता का आनंद लेने की अपील की।

स्थानीय विधायक गुलाम अहमद मीर ने पार्कों के दोबारा खुलने पर खुशी जताते हुए इसे सामान्य स्थिति की बहाली की दिशा में सकारात्मक कदम बताया।

पर्यटन विभाग को उम्मीद है कि इन कदमों से राज्य में पर्यटन गतिविधियों को गति मिलेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।


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