वीएमएस श्रीनगर में पुरुषों और महिलाओं के लिए अंतर-जिला व्हीलचेयर बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन

एक बयान के अनुसार, इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर (SKUAST-K) के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) नजीर अहमद गनई उपस्थित थे।


श्रीनगर, 24 अक्टूबर: स्वैच्छिक चिकित्सा सोसायटी (वीएमएस), बेमिना ने रहीम ग्रीन्स के सहयोग से श्रीनगर स्थित अपने परिसर में 22 और 23 अक्टूबर, 2025 को पुरुषों और महिलाओं के लिए दो दिवसीय अंतर-जिला व्हीलचेयर बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य समावेशी खेलों को बढ़ावा देना और विकलांग एथलीटों को सशक्त बनाना है।

एक बयान के अनुसार, इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर (एसकेयूएएसटी-के) के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) नजीर अहमद गनई उपस्थित थे।

इस प्रतियोगिता का उद्देश्य समावेशी खेलों को बढ़ावा देना और दिव्यांग खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और टीम भावना प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। उद्घाटन सत्र की शुरुआत वीएमएस के अध्यक्ष और संस्थापक प्रोफेसर डॉ. मीर मोहम्मद मकबूल के उद्घाटन भाषण से हुई, जिन्होंने सभी गणमान्य व्यक्तियों, अतिथियों और प्रतिभागी टीमों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने पुनर्वास और सशक्तिकरण में खेलों की परिवर्तनकारी शक्ति पर ज़ोर दिया और कहा कि खेल दिव्यांग व्यक्तियों में आत्मविश्वास, अनुशासन और अपनेपन की भावना पैदा करते हैं।

उन्होंने समावेशी पहलों को आगे बढ़ाने में निरंतर सहयोग के लिए रहीम ग्रीन्स की भी सराहना की। समारोह में कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे, जिनमें आफताब आलम (पूर्व एसएसपी), प्रोफ़ेसर डॉ. शारिक मसूदी, इम्तियाज़ अहमद शॉ (प्रधानाचार्य, महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज), डॉ. बशीर अहमद लोन (निदेशक, वीएमएस), हामिद (प्रमुख, रहीम ग्रीन्स, श्रीनगर), प्रोफ़ेसर मसूदा यासीन (वीएमएस) और इंजीनियर मुश्ताक अहमद मलिक शामिल थे।

आफताब आलम ने अपने संबोधन में व्हीलचेयर एथलीटों के दृढ़ संकल्प और अनुशासन की प्रशंसा की तथा उन्हें "साहस का सच्चा राजदूत" बताया। प्रोफेसर डॉ. शारिक मसूदी ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए खेलों के चिकित्सीय मूल्य पर प्रकाश डाला।

इम्तियाज अहमद शॉ ने वीएमएस के संगठनात्मक प्रयासों की सराहना की और शैक्षणिक संस्थानों को अपने सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में अनुकूली खेलों को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समावेशी आयोजनों से छात्रों में सहानुभूति और सामाजिक जिम्मेदारी का पोषण होता है। वीएमएस के निदेशक डॉ. बशीर अहमद लोन ने विकलांग व्यक्तियों के पुनर्वास, शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए वीएमएस की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बताया कि खेल संगठन के समग्र पुनर्वास दृष्टिकोण का एक अभिन्न अंग हैं और घोषणा की कि वीएमएस भविष्य में अनुकूली खेल आयोजनों का समर्थन करता रहेगा। रहीम ग्रीन्स के प्रमुख हामिद ने एक और प्रभावशाली पहल के लिए वीएमएस के साथ साझेदारी करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि रहीम ग्रीन्स ने हमेशा सामुदायिक कल्याण परियोजनाओं का समर्थन किया है और समावेशिता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाले सहयोगात्मक प्रयासों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की

अपने मुख्य अतिथि संबोधन में, प्रोफ़ेसर (डॉ.) नज़ीर अहमद गनई ने समावेशी खेलों को बढ़ावा देने और दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने में वीएमएस के उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सुलभ वातावरण और स्थायी अवसर सृजित करने के लिए विश्वविद्यालयों, गैर-सरकारी संगठनों और सरकारी निकायों के बीच संस्थागत सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम का समापन विजेताओं और प्रतिभागियों को उनकी उपलब्धियों के सम्मान में ट्रॉफी, पदक और प्रमाण पत्र वितरित करने के साथ हुआ।


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