प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य उस क्षेत्र में स्वैच्छिक रक्तदान को प्रोत्साहित करना है, जहां रक्त की उपलब्धता एक गंभीर चुनौती है।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, रक्तदान करने वालों में सेवारत सैन्यकर्मी, स्थानीय नागरिक, छात्र और शिक्षक शामिल थे। शिविर को पेशेवर चिकित्सा देखरेख में आयोजित किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों को आवश्यक सावधानियाँ और उपयुक्त देखभाल प्रदान की गई।
इस आयोजन को मिली उत्साहजनक प्रतिक्रिया ने भारतीय सेना और स्थानीय समुदाय के बीच विश्वास और सौहार्द को और मजबूत किया। यह शिविर सिर्फ़ एक चिकित्सा पहल नहीं, बल्कि एकता, सेवा भावना और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक बनकर सामने आया। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि यह पहल भारतीय सेना की भूमिका को सीमाओं की सुरक्षा से आगे बढ़ाकर एक आशा के स्तंभ के रूप में प्रस्तुत करती है।
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