अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन : एसएमवीडीयू के सिविल इंजीनियरिंग छात्रों ने आईआईटी गुवाहाटी में पुरस्कार जीते

टिकाऊ निर्माण, अपशिष्ट प्रबंधन पर अभिनव अनुसंधान को राष्ट्रीय मान्यता मिली


कटरा, 14 जून : श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (SMVDU) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों ने आईआईटी गुवाहाटी में आयोजित अपशिष्ट प्रबंधन पर 5वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय और क्षेत्र का नाम रोशन किया।

सम्मेलन में तृतीय वर्ष के छात्र ऋषभ कुमार ने "विभिन्न प्रतिशत में रेत को प्रतिस्थापित करके कंक्रीट की गुणवत्ता को बढ़ाना" विषय पर शोधपत्र प्रस्तुत किया, जिसे पर्यावरण अनुकूलता और व्यावहारिक उपयोगिता के लिए विशेष सराहना मिली। यह अध्ययन भारत के विकसित भारत @2047 पहल के तहत सतत विकास लक्ष्यों का समर्थन करता है।

उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वालों में समायरा सिन्हा भी शामिल रहीं, जिन्होंने “माइक्रोप्लास्टिक्स में कीचड़ प्रबंधन” विषय पर शोध प्रस्तुत किया। दोनों शोधपत्रों का सह-लेखन अंतिम वर्ष के छात्रों रोहित कुमार, शाश्वत सिंह, अभिजीत गुप्ता और भाग्यदीप साहू ने किया, और ये शोधपत्र एक प्रतिष्ठित अकादमिक पत्रिका में प्रकाशन के लिए भी चयनित किए गए हैं।

इसके अतिरिक्त, द्वितीय वर्ष के छात्र दुर्गेश कुमार ने "अपशिष्ट सामग्री से निर्मित पर्यावरण के अनुकूल ईंटें" शीर्षक से एक शोध प्रस्तुत किया, जिसे सह-लेखकों श्रेष्ठ गुप्ता, शुभम, अनिकेत, सलोनी और अमित के सहयोग से तैयार किया गया था।

इन सभी शोध कार्यों का मार्गदर्शन डॉ. वैभव सपकाल ने किया, जिनके निर्देशन की छात्रों ने सराहना की। सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. वी.के. डोगरा ने इस सफलता को SMVDU के लिए "गर्व और मील का पत्थर" बताया और छात्रों की उपलब्धियों पर हर्ष व्यक्त किया।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ