पुंछ हमला: उग्रवादियों को ट्रैक करने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी चलाया जा रहा है


पुंछ/जम्मू- सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सेना के एक ट्रक पर घातक हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार शाम राष्ट्रीय राइफल्स इकाई द्वारा आयोजित होने वाले इफ्तार के लिए सीमावर्ती गांव में फल तथा अन्य सामान ले जा रहे सेना के वाहन पर घात लगाकर हमला किए जाने के बाद भाटा धूरियन में आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

अपने आधिकारिक हैंडल पर एक ट्वीट में, सेना की उत्तरी कमान ने लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी के उधमपुर में कमांड अस्पताल के दौरे तथा आतंकवादी हमले में जीवित बचे लोगों के साथ उनकी बातचीत को साझा किया।

उत्तरी सेना के कमांडर ने शनिवार को भाटा धुरियान में हमला स्थल का दौरा किया, जो कि अपनी स्थलाकृति, घने जंगल तथा प्राकृतिक गुफाओं के कारण नियंत्रण रेखा के पार से आतंकवादियों के लिए घुसपैठ का पसंदीदा मार्ग है।

द्विवेदी ने सीमा क्षेत्र में सुरक्षा तथा आतंकवादियों का पता लगाने के लिए चल रहे तलाशी अभियान की समीक्षा की।

उत्तरी कमान ने एक ट्वीट में कहा कि उन्हें अब तक की गई कार्रवाइयों की जानकारी दी गई तथा सैनिकों से अपने संकल्प पर अडिग रहने का आह्वान किया।

अधिकारियों ने कहा कि पुंछ तथा राजौरी के जुड़वां सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट के बीच तलाशी अभियान चल रहा है, गुरुवार शाम से निलंबित रहने के बाद रविवार सुबह राजौरी-पुंछ राजमार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि पहले राजमार्ग को सुरक्षित करने के लिए यातायात को दूसरे मार्गों पर मोड़ दिया गया था जो दोनों सीमावर्ती जिलों को जम्मू से जोड़ता है। अधिकारियों ने कहा कि करीब 14-16 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, "गिरफ्तार किए गए लोगों में पुंछ के देगवार के दो जोड़े हैं - इकबाल तथा उनकी पत्नी मुदिफा और सलाम दीन तथा उनकी पत्नी रशीदा।"

मारे गए सैनिक आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए तैनात राष्ट्रीय राइफल्स की एक इकाई से थे।

सूत्रों ने पहले कहा था कि हमले को तीन से चार आतंकवादियों के एक समूह द्वारा अंजाम दिए जाने का संदेह है।

उन्होंने कहा कि हमलावर संभवत: राजौरी और पुंछ में एक साल से अधिक समय तक रहे तथा उन्हें इलाके की पर्याप्त जानकारी थी। कहा जाता है कि जम्मू और कश्मीर गजनवी फोर्स (JKGF) इस क्षेत्र में सक्रिय है और इसके "कमांडर", रफीक अहमद उर्फ ​​​​रफीक नाई, इस क्षेत्र से आते हैं।

सूत्रों ने कहा कि वर्तमान में राजौरी तथा पुंछ के क्षेत्र में तीन-चार आतंकवादी समूह सक्रिय हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ