2019 पुलवामा हमले में शामिल 19 में से आठ आतंकवादी मारे गए तथा सात गिरफ्तार: एडीजीपी विजय कुमार

आईजी सीआरपीएफ बोले- 2019 के बाद कश्मीर के हालात सुधरे है तथा भविष्य में ऐसा कोई भी हमला नहीं होने देंगे

श्रीनगर 14 फरवरी: पुलवामा हमले की चौथी बरसी पर कश्मीर क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) विजय कुमार ने मंगलवार को कहा कि हमले में शामिल 19 आतंकवादियों में से आठ मारे गए, तथा सात गिरफ्तार हैं बाकी चार पाकिस्तानी आतंकवादी अब भी फरार हैं।

2019 में इसी दिन शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए एडीजीपी कुमार ने कहा कि सुरक्षा बल जैश-ए-मुहम्मद के पीछे पड़े हैं। और उनके लगभग सभी शीर्ष कमांडरों को निष्प्रभावी कर दिया गया है।

उन्होंने कहा वर्तमान में जेइम के पास केवल 7-8 स्थानीय तथा मोसा सोलेमानी सहित 5-6 सक्रिय पाकिस्तानी आतंकवादी हैं, उन्होंने कहा कि पुलिस उनके पीछे है और उन्हें जल्द ही बेअसर कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि वे आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर रहे हैं, विशेष रूप से वे नार्को-आतंकवाद तथा आतंक के वित्त पोषण के खिलाफ अभियान चला रहे है।  उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'हम 41 लाख रुपये वसूलने में सफल रहे तथा हाल ही में बारामूला में 26 लाख रुपये वसूले गए हैं। 

उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल ओजीडब्ल्यू के खिलाफ दर्ज मामलों को तेजी से निपटाया जा रहा है। ऐसे मामलों की संख्या पिछले साल अक्टूबर में 1600 से घटकर वर्तमान में 950 हो गई है और अब तक 13 दोषियों को सजा भी हो चुकी है।

उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में कुल 37 स्थानीय आतंकवादी सक्रिय हैं तथा उनमें से फारूक नल्ली और रियाज छत्री सहित केवल दो पुराने तथा बाकी हाल ही में शामिल हुए हैं।

इसी बीच, इंस्पेक्टर जनरल ऑपरेशंस सेक्टर सीआरपीएफ, एमएस भाटिया ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद से जमीनी स्तर पर स्थिति में सुधार हुआ है तथा सुरक्षा बलों द्वारा चलाये गए अभियानों से आतंकवादी गतिविधियों में भी कमी आयी है।

2019 में हमले के बाद उल्लेखनीय प्रगति हुई है, आतंकवादी मॉड्यूल के पारिस्थितिकी तंत्र का भंडाफोड़ किया जा रहा है, हमें यकीन है कि इस तरह का हमला दोबारा नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले कायरतापूर्ण कार्य हैं तथा इस तरह के हमलों के पीछे जो भी लोग है हम उनकी पहचान कर कानूनी कार्यवाही कर रहे है।

उन्होंने कहा, की हम घाटी के अल्पसंख्यकों तथा नागरिको की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस संबंध में शामिल कई मॉड्यूल को निष्प्रभावी कर दिया गया है। सीआरपीएफ, पुलिस तथा अन्य सुरक्षा बल नागरिको की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है तथा हम उन्हें उचित सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम आतंकवादियों की किसी भी कोशिश को अंजाम देने से पहले ही विफल कर दे रहे है तथा आगे भी ऐसे ही जारी रखेंगे जिससे की घाटी में हमेसा शांति बनी रहे।

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