जम्मू-कश्मीर की निगाहें केआईवाईजी में कलारीपयट्टु में पदक जीतने पर हैं

केआईवाईजी के पाँच स्वदेशी खेलों में से एक, कलारीपयट्टू की प्रतियोगिता 11 से 13 मई तक आयोजित की जाएगी।

श्रीनगर, 13 मई : खेलो इंडिया यूथ गेम्स (केआईवाईजी) 2025 में हिस्सा ले रही जम्मू-कश्मीर की कलारीपयट्टू टीम इस बार पदक के सूखे को खत्म करने के मजबूत इरादे के साथ मैदान में उतरी है। बिहार में आयोजित हो रहे इन खेलों में टीम ने 2021 के बाद पहली बार पदक जीतने का लक्ष्य रखा है।

सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, आईआईएम गया परिसर में 11 से 13 मई तक चल रही कलारीपयट्टू प्रतियोगिता में जम्मू-कश्मीर की आठ सदस्यीय टीम पूरी तैयारी के साथ भाग ले रही है। कोच दानिश के मार्गदर्शन में टीम में मानवी शर्मा, पूर्ति सैनी, मिष्टी शर्मा, आनंदिका, आदर्श मन्हास, प्रथम वैद, नितिन कुमार और चिराग पुरी शामिल हैं।

कोच दानिश ने बताया, "हमने 2021 में लड़कों के हाई किक वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन उसके बाद कोई पदक नहीं आया। इस बार हमारी तैयारी मजबूत है और हम कम से कम 4-5 पदक की उम्मीद कर रहे हैं।"

कलारीपयट्टू, जो केआईवाईजी में शामिल पांच स्वदेशी खेलों में से एक है, जम्मू-कश्मीर में 2017 में शुरू हुआ था और उसी वर्ष राष्ट्रीय चैंपियनशिप में राज्य को रजत पदक मिला था। हालांकि, टीम को अभी भी जम्मू-कश्मीर खेल परिषद से मान्यता का इंतज़ार है।

टीम के कई खिलाड़ी पहली बार इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं। पहली बार भाग ले रही खिलाड़ी मानवी ने कहा, “आईआईएम परिसर में पहुंचते ही हमें लगा कि हम किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में आए हैं। सभी सुविधाएं बेहतरीन हैं।”

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 4 से 15 मई तक बिहार के पाँच शहरों और दिल्ली में आयोजित हो रहे हैं। इस सातवें संस्करण में 27 खेल शामिल हैं, और पहली बार ईस्पोर्ट्स को एक प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल किया गया है। खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं को पहचान कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाना है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ