
उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पहलगाम आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए आतंक के खिलाफ भारत की सैन्य रणनीति में एक नया अध्याय जोड़ा है। इस अभियान में नौ प्रमुख आतंकी शिविरों को नष्ट किया गया और 11 पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर हमले किए गए, जिसमें कई हाई-प्रोफाइल आतंकवादी मारे गए।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में सशस्त्र बलों ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अब आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति न सिर्फ रक्षात्मक है, बल्कि आवश्यक होने पर वह पाकिस्तान के भीतरी इलाकों तक जाकर कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचाएगा। एक सप्ताह के भीतर, सेना के साथ संयुक्त अभियानों में दक्षिण कश्मीर में छह आतंकवादियों को भी निष्प्रभावी किया गया है।
उपराज्यपाल ने पाकिस्तान को "आतंकवादी देश" करार देते हुए कहा कि अब भारत ने यह तय कर लिया है कि पाकिस्तान और वहां बैठे आतंक के मास्टरमाइंड में कोई अंतर नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “दुनिया देख रही है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित है, और हमारी सशक्त सेनाएं अब यह सुनिश्चित कर रही हैं कि भविष्य की किसी भी आतंकी कार्रवाई को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।”
इस दौरान उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान का परमाणु ब्लैकमेल अब असफल हो चुका है, और उसके परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।
उपराज्यपाल ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सेना की बहादुरी और संकल्प का प्रतीक बनकर राष्ट्र की विजय परंपरा में एक नया स्वर्णिम अध्याय जोड़ता है।
0 टिप्पणियाँ