सभी लक्ष्य विफल किए गए ; हवाई खतरों पर लगातार नज़र रखी जा रही है : रक्षा सूत्र जम्मू-कश्मीर में पूर्ण ब्लैकआउट

ड्रोन गतिविधि जम्मू-कश्मीर के बारामूला से लेकर गुजरात के भुज तक फैली हुई थी, जिसमें नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से लगे संवेदनशील क्षेत्र शामिल थे। भारतीय सशस्त्र बलों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए त्वरित प्रतिक्रिया दी और सभी ड्रोन को निशाना बनाकर निष्क्रिय कर दिया।
फिरोजपुर में एक ड्रोन द्वारा किए गए हमले में एक नागरिक परिवार के सदस्य घायल हुए, जिन्हें तत्क्षण चिकित्सा सुविधा दी गई। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सभी प्रमुख ठिकानों पर वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय किया गया है और ड्रोन विरोधी उपाय सख्त किए गए हैं।
रक्षा अधिकारियों ने पुष्टि की कि देशभर में हाई अलर्ट जारी है और सभी संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी व त्वरित कार्रवाई इकाइयों को तैनात किया गया है।
ड्रोन हमलों के दौरान श्रीनगर, बारामूला, उधमपुर, पठानकोट, सांबा और जैसलमेर सहित कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से रोक दी गई, ताकि प्रमुख बुनियादी ढांचे को लक्ष्य बनाने में बाधा उत्पन्न की जा सके। मस्जिदों के लाउडस्पीकरों के माध्यम से लोगों को लाइटें बंद करने और घर के अंदर रहने की सलाह दी गई।
यह घटनाक्रम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत द्वारा पीओके में आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों के बाद सामने आया है। सुरक्षा एजेंसियां इस हमले को एक बड़ी जवाबी कार्रवाई के रूप में देख रही हैं और आने वाले दिनों में और भी उकसावे की घटनाओं की आशंका जताई जा रही है।
0 टिप्पणियाँ