केंद्रीय खेल मंत्री ने खेल उत्कृष्टता के लिए जम्मू-कश्मीर की प्रतिबद्धता की सराहना की

इस आयोजन में देशभर के 1,350 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया, जिसमें समुद्र तट फुटबॉल, वॉलीबॉल, सेपकटकरा, कबड्डी, पेनकैक सिलाट और खुले पानी में तैराकी जैसे प्रतियोगितात्मक खेलों के साथ मल्लखंब और रस्साकशी जैसे प्रदर्शन खेल शामिल थे।
जम्मू-कश्मीर के स्वर्ण पदक विजेताओं में सालिक फारूक, अदीबा गुलजार, मुस्कान शबान, सज्जाद बेग और तौजीह मुजीब शामिल रहे, जबकि जिब्रान मसूद ने रजत और रवीश अहमद, रुकैया मंजूर तथा सरफराज अली ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
राज्य की पुरुष पेनकैक सिलाट टीम समग्र चैंपियन बनी, जबकि महिला टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। साथ ही, बीच वॉलीबॉल में भी जम्मू-कश्मीर की टीम ने मेजबान दमन-दीव और छत्तीसगढ़ को हराकर शानदार प्रदर्शन किया।
समापन समारोह में केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने जम्मू-कश्मीर के दल को बधाई देते हुए खेल प्रतिभाओं को पोषित करने की दिशा में उनके समर्पण की सराहना की। राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने इसे भारतीय खेलों के लिए एक नए युग की शुरुआत बताया।
जम्मू-कश्मीर के युवा सेवा और खेल मंत्री सतीश शर्मा ने एथलीटों और कोचों को बधाई देते हुए कहा, "खेल बुनियादी ढांचे में सुधार और नियमित कोचिंग शिविर ही राष्ट्रीय स्तर पर हमारी सफलता की नींव हैं।" उन्होंने राज्य को खेलों का केंद्र बनाने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
खेल सचिव सरमद हफीज ने राज्य की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री मंडाविया का आभार जताया और भविष्य में और अधिक सफलता की उम्मीद जताई।
0 टिप्पणियाँ