कश्मीर आना बंद न करें, इससे डर फैलाने वालों को मदद मिलती है : पर्यटक

"कश्मीर आइए, शांति का समर्थन कीजिए और असली कश्मीर को अपनी आंखों से देखिए," 

श्रीनगर, 24 अप्रैल :  हालिया हमले की घटना के बावजूद घाटी में पहुंचे देशभर के पर्यटकों ने कश्मीर आने की अपील करते हुए एकजुटता और शांति का संदेश दिया है। पर्यटकों ने कहा कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण यात्रा रद्द करना उन ताकतों को बल देगा जो कश्मीर में शांति भंग करना चाहती हैं।

मुंबई से आई एक महिला पर्यटक ने श्रीनगर एयरपोर्ट पर कहा, "हमें हमले की जानकारी थी, फिर भी हमने आने का फैसला किया। अगर हम डरकर पीछे हटेंगे, तो यह गलत ताकतों की जीत होगी।"

लाल चौक पर मौजूद एक अन्य पर्यटक ने कहा, "कश्मीर में कोई भेदभाव नहीं है। आज हमने देखा कि हमारे मुस्लिम भाई-बहन हमारे साथ खड़े हैं। यहां हिंदू और मुस्लिम एकजुट होकर पर्यटकों का स्वागत कर रहे हैं।"

पर्यटकों ने सुरक्षा बलों पर विश्वास जताते हुए कहा कि वे अपनी पहलगाम यात्रा की योजना पर कायम हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों द्वारा दिखाए गए गर्मजोशी भरे व्यवहार की भी सराहना की। एक पर्यटक ने भावुक होकर बताया,  "हमारे ड्राइवर ने कहा कि अगर जान भी चली जाए, तो भी वह हमें सुरक्षित रखेंगे। यही है असली कश्मीर की आत्मा।"

सोशल मीडिया पर स्थानीय लोगों द्वारा हमले की कड़ी निंदा और पर्यटकों के समर्थन ने भी यात्रियों को भावुक किया। एक पर्यटक ने कहा, "यह कश्मीर का सच्चा चेहरा है  जहां इंसानियत धर्म से ऊपर है।"

पर्यटकों ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे खुद कश्मीर आकर उसकी सच्ची सुंदरता और भाईचारे को अनुभव करें। एक पर्यटक ने कहा, "हमने यहां धर्म नहीं देखा  सिर्फ इंसानियत देखी। आइए, प्यार को डर से ज़्यादा शक्तिशाली बनाइए और रोशनी को अंधकार से उज्ज्वल।"

"कश्मीर आइए, शांति का समर्थन कीजिए और असली कश्मीर को अपनी आंखों से देखिए," उन्होंने उम्मीद और सकारात्मकता से भरा संदेश दिया।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ