सुरक्षा बढ़ाई गई, पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट किश्तवाड़ में ड्रोन, विशेष बल तैनात पुंछ में नियमित फ्लैग मीटिंग हुई : सेना

जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, खुफिया इनपुट से संकेत मिले हैं कि घने जंगलों में दो से तीन आतंकवादी छिपे हुए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आमोद अशोक नागपुरे ने बताया कि जोफर गांव में जेकेपी और अन्य सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान के दौरान आतंकवादियों से संपर्क स्थापित किया। फिलहाल गोलीबारी जारी है और पूरे क्षेत्र को घेराबंदी में ले लिया गया है।
एसएसपी नागपुरे ने कहा, "घना जंगल और कठिन भौगोलिक परिस्थितियां ऑपरेशन को चुनौतीपूर्ण बना रही हैं, लेकिन तलाशी अभियान पूरी तीव्रता से जारी है।" उन्होंने बताया कि भागने की किसी भी संभावना को रोकने के लिए 'नाका' जांच और वाहन निरीक्षण बढ़ा दिए गए हैं।
इसी बीच, किश्तवाड़ जिले के चटरू इलाके में भी आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहा है। वहां सुरक्षा बल उच्च क्षमता वाले ड्रोन, हेलीकॉप्टर और पैरा कमांडो की मदद से आतंकवादियों को तलाश रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, आतंकवादियों के सीमा पार से घुसपैठ कर इन जंगलों में छिपने की आशंका है।
उधर, पुंछ में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच फ्लैग मीटिंग आयोजित की गई। पीआरओ डिफेंस जम्मू, लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि यह बैठक एलओसी प्रबंधन और मानक संचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी।
गौरतलब है कि 23 मार्च को कठुआ जिले के सान्याल गांव में भी आतंकवादी हमले की घटना हुई थी, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए थे और चार पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
हाल ही में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों के मद्देनज़र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की है।
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