जम्मू के इलाकों में 114 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं, गरज, ओलावृष्टि और बारिश ने कहर बरपाया

जम्मू में आरबीआई दफ्तर के पास पेड़ गिरने से बुधवार रात ब्लैक आउट हो गया।

जम्मू, 17 अप्रैल : जम्मू क्षेत्र में मंगलवार शाम तेज हवाओं, भारी बारिश और ओलावृष्टि ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। हवाओं की रफ्तार 114 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हुई और कई इलाकों में अंधेरा छा गया। सलाल पावर स्टेशन से कई स्टेशनों की आपूर्ति ठप हो गई है, जिसे देर रात या बुधवार दोपहर तक बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

जेपीडीसीएल के अनुसार, तेज हवाओं और बारिश के कारण बिजली के खंभे, केबल, ट्रांसफार्मर और टावर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। विभाग ने 24 घंटे में आपूर्ति बहाल करना चुनौतीपूर्ण बताया है।  

मौसम विभाग श्रीनगर के निदेशक डॉ. मुख्तार अहमद ने बताया कि जम्मू दक्षिण, चट्ठा और सतवारी में सबसे तेज हवाएं चलीं, जिनकी गति 114 किमी प्रति घंटा रही। 18-19 अप्रैल को भारी बारिश, गरज और तेज हवाओं के साथ पीले और नारंगी अलर्ट जारी किए गए हैं, जबकि 22 से 25 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

तेज हवाओं और ओलावृष्टि से फसलों और फलों के पेड़ों को भारी नुकसान हुआ, विशेष रूप से आम के पेड़ प्रभावित हुए। राजौरी के ब्राह्मणा क्षेत्र में भूस्खलन से जम्मू-पुंछ हाईवे दो घंटे तक बंद रहा। इसी दौरान एक कैरी बैग फैक्ट्री पर बिजली गिरने से आग लग गई, जिससे लाखों की संपत्ति नष्ट हो गई।

रामबन के गूल और रियासी के चसना क्षेत्रों में बिजली गिरने और बादल फटने से दर्जनों मवेशियों की मौत हो गई और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। श्रीनगर में भी शाम को तेज बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

डल झील में एक नाव पलटने की घटना कैमरे में कैद हो गई, जिससे कई लोगों को रेस्क्यू किया गया। मौसम विभाग ने लोगों को यात्रा योजनाएं सावधानी से बनाने और प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी है, खासकर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर संभावित भूस्खलन के चलते।




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