जीओसी 15 कोर ने दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की

कुलगाम में ये दोनों मुठभेड़ें ऐसे समय में हुईं जब सुरक्षा बल कश्मीर से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए अपने प्रयास तेज कर रहे थे।


श्रीनगर, 10 जुलाई : 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने आतंकवाद विरोधी अभियान में सक्रिय रूप से शामिल राष्ट्रीय राइफल्स बटालियनों का दौरा कर दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा की।

चिनार कोर कमांडर का दौरा 6 और 7 जुलाई को कुलगाम जिले में दो ऑपरेशनों, ओपी मोदरगाम और ओपी चिनिगाम के सफल क्रियान्वयन के बाद हो रहा है, जिसके परिणामस्वरूप छह आतंकवादी मारे गए और युद्ध जैसे सामान बरामद हुए।

चिनार कोर कमांडर ने दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। चिनार कोर कमांडर ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद विरोधी ग्रिड में तैनात राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन का दौरा किया। उन्होंने 06-07 जुलाई को कुलगाम में ऑपरेशन मोदरघम और ऑपरेशन चिनिगम की सावधानीपूर्वक योजना और निष्पादन के लिए सैनिकों की सराहना की, जहाँ छह आतंकवादियों को मार गिराया गया और युद्ध जैसे भंडार बरामद किए गए। चिनार कोर कश्मीर को आतंक-मुक्त रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने सैनिकों द्वारा की गई सावधानीपूर्वक योजना और संचालन के क्रियान्वयन की प्रशंसा की तथा इन मिशनों में शामिल सटीकता और समन्वय पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा, "सैनिकों ने इन अभियानों में असाधारण बहादुरी और सामरिक विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया है, तथा क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के हमारे प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।"

सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए इन अभियानों को कश्मीर में चल रहे आतंकवाद-रोधी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया गया है।

आतंकवादियों का सफाया तथा भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद की जब्ती को आतंकवादी गतिविधियों को बाधित करने तथा स्थानीय जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

कुलगाम में ये दोनों मुठभेड़ें ऐसे समय में हुईं जब सुरक्षा बल कश्मीर से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए अपने प्रयास तेज कर रहे थे।

इन अभियानों में व्यापक खुफिया जानकारी जुटाना, निगरानी करना और रणनीतिक योजना बनाना शामिल था, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादी ठिकानों को सटीक निशाना बनाया गया।

चिनार कोर कमांडर ने कश्मीर को आतंक मुक्त रखने के लिए सेना की प्रतिबद्धता दोहराई तथा निरंतर सतर्कता और सक्रिय उपायों के महत्व पर बल दिया।

उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य कश्मीर के लोगों के लिए सुरक्षित माहौल बनाना है। हम पूरे दृढ़ संकल्प के साथ अपने प्रयास जारी रखेंगे।"

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