तमाम मुश्किलों को पार करते हुए राजौरी के युवा मुक्केबाज ने गरीबी से लड़ते हुए राष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीता


जम्मू, 14 अगस्त : जम्मू-कश्मीर के लिए गर्व का क्षण रचते हुए, राजौरी के 14 वर्षीय मुक्केबाज मोहम्मद यासर ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में 6 से 13 अगस्त तक आयोजित चौथी सब-जूनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।

खेलो इंडिया बॉक्सिंग सेंटर, राजौरी के प्रशिक्षु यासर ने 52-55 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते हुए लगातार पांच मुकाबलों में जीत हासिल की और फाइनल में मणिपुर के नेल्सन ख्वाइराकपम को मात देकर राष्ट्रीय चैंपियन बने।

साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले और छह साल पहले अपने पिता को खो चुके यासर की यह उपलब्धि उनके अदम्य साहस और मेहनत का प्रमाण है। उनकी मां नसीम ने कहा कि उन्हें जीत की खबर तब मिली जब पड़ोसी ने आकर बताया, क्योंकि उनके घर में मोबाइल फोन नहीं है।

यासर के कोच और पूर्व राष्ट्रीय मुक्केबाज इश्ताक मलिक ने उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई, जबकि पूर्व संभागीय खेल अधिकारी राजन शर्मा ने इसे “पूरे केंद्र शासित प्रदेश के लिए गर्व का क्षण” बताया। अनुभवी मुक्केबाज मोहम्मद तारिक ने यासर के अनुशासन और खेल के प्रति समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें “भविष्य का सितारा” कहा।

स्थानीय लोगों और खेल प्रेमियों ने सरकार और खेल अधिकारियों से यासर को वित्तीय और संस्थागत सहयोग देने की अपील की है, ताकि वे बिना किसी बाधा के आगे बढ़ सकें। उनकी जीत न केवल जम्मू-कश्मीर के लिए सम्मान की बात है, बल्कि सीमावर्ती और ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को भी उजागर करती है।


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