'तत्काल मरम्मत कार्य' के कारण अमरनाथ यात्रा 3 अगस्त तक स्थगित

कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने कहा, "हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण, श्री अमरनाथ जी यात्रा मार्ग के बालटाल मार्ग पर मरम्मत और रखरखाव कार्य किए जाने की आवश्यकता है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर, 3 अगस्त को बालटाल मार्ग से भी यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी।"


श्रीनगर, 01 अगस्त : तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को 3 अगस्त तक स्थगित कर दी गई क्योंकि भारी बारिश के बाद तीर्थयात्रा के दोनों मार्गों पर "तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य" किए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह पहलगाम मार्ग से तीर्थयात्रा स्थगित रही और तीर्थयात्रियों के किसी नए जत्थे को गुफा मंदिर की ओर जाने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि बालटाल मार्ग से यात्रा की अनुमति दी गई।

हालांकि, भारी बारिश के कारण बाद में बालटाल मार्ग से भी यात्रा स्थगित कर दी गई।

जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से तीर्थयात्रियों की आवाजाही लगातार दूसरे दिन भी स्थगित रही। कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने कहा, "हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण, श्री अमरनाथ जी यात्रा मार्ग के बालटाल मार्ग पर मरम्मत और रखरखाव कार्य किए जाने की आवश्यकता है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर, 3 अगस्त को बालटाल मार्ग से भी यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी।"

उन्होंने कहा कि आगे की जानकारी समय आने पर जारी की जाएगी। भिडूरी ने कहा कि यात्रा क्षेत्र में पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर हाल ही में भारी बारिश हुई है, इसलिए इस भारी बारिश के बाद बालटाल मार्ग पर तत्काल रखरखाव कार्य किए जाने की आवश्यकता है।

कश्मीर में मूसलाधार बारिश के कारण सड़कें असुरक्षित हो गई थीं, जिसके बाद बुधवार को बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी।

संभागीय आयुक्त ने बताया कि यात्रा के पहलगाम मार्ग पर अपेक्षित मरम्मत और रखरखाव कार्य पहले से ही किया जा रहा है। 17 जुलाई को कश्मीर के दोनों आधार शिविरों में भारी बारिश के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक 4.05 लाख से अधिक यात्री पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।

2 जुलाई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाने के बाद से अब तक कुल 1,44,124 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं। 

पिछले वर्ष 5.10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना की थी, जहां प्राकृतिक रूप से निर्मित बर्फ का शिवलिंग स्थित है।

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