मुदगल ने कहा, "पर्यटन सचिवों का सम्मेलन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी से आयोजित किया जा रहा है। इससे यह मजबूत संदेश जाता है कि जम्मू-कश्मीर न केवल मनोरंजन के लिए बल्कि सभी प्रकार के पर्यटन के लिए एक पसंदीदा स्थान है।"

श्रीनगर में आयोजित पर्यटन सचिवों के सम्मेलन के अवसर पर बोलते हुए मुदगल ने कहा कि सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भारत के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने के उद्देश्य से एक बड़े विचार-विमर्श सत्र के लिए एक साथ आए हैं।
उन्होंने कहा, "पर्यटन सचिवों का सम्मेलन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी के साथ आयोजित किया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "इससे यह मजबूत संदेश जाता है कि जम्मू-कश्मीर न केवल मनोरंजन के लिए बल्कि सभी प्रकार के पर्यटन के लिए एक पसंदीदा गंतव्य है।"
उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय (एमओटी) द्वारा समर्थित इस कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यटन मंत्री और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने भी भाग लिया। मुदगल ने कहा, "यह हमारे लिए साल का सबसे बड़ा कार्यक्रम है और यह आने वाले सीजन के लिए माहौल तैयार करता है।"
हाल ही में हुई एक घटना के बाद पर्यटकों की संख्या में आई अस्थायी गिरावट के बारे में चिंता जताते हुए मुदगल ने कहा कि स्थिति सामान्य हो रही है। उन्होंने कहा, "किसी घटना के बाद पर्यटकों की संख्या में थोड़ी गिरावट आना स्वाभाविक है, लेकिन माननीय उपराज्यपाल और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के प्रयासों की बदौलत पर्यटक वापस आ रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम जैसे प्रमुख स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही फिर से बढ़ गई है। उन्होंने कहा, "देश के कोने-कोने से पर्यटक आ रहे हैं। हम पुनरुद्धार की राह पर हैं और बहुत जल्द ही पिछले साल की संख्या को बराबर कर लेंगे।"
मुदगल ने आगे कहा कि इस तरह के बड़े पैमाने के आयोजन आत्मविश्वास को बढ़ावा देने और जम्मू-कश्मीर की छवि को एक सुरक्षित और जीवंत गंतव्य के रूप में मजबूत करने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा, "हम पूरे केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के और भी आयोजन करते रहेंगे।"
0 टिप्पणियाँ