डिप्टी कमिश्नर विकास कुंडल ने खेलों के शारीरिक, मानसिक और अनुशासनात्मक महत्व पर बल दिया।
उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में डिप्टी कमिश्नर ने खेलों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ये न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देते हैं, बल्कि मानसिक शक्ति और अनुशासन को भी विकसित करते हैं। उन्होंने बौद्धिक विकास को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियों के आयोजन हेतु युवा सेवा एवं खेल विभाग और स्कूल प्रशासन की सराहना की तथा छात्रों से समग्र विकास हेतु ऐसे आयोजनों में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
इस प्रतियोगिता में जिले भर से 70 खिलाड़ियों—जिसमें 55 लड़के और 15 लड़कियाँ शामिल हैं—ने भाग लिया, जो युवाओं के बीच मानसिक खेलों के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाता है।
चैंपियनशिप का उद्देश्य युवाओं में रणनीतिक सोच, मानसिक चपलता और प्रतिस्पर्धात्मक भावना को बढ़ावा देना है।
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