एक अधिकारी ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सीमा पार से मानव वाहक या ड्रोन के जरिए घुसपैठ की कोशिशों और हथियारों, गोला-बारूद और नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकना है।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण में हथियारों का संचालन, स्थिति की जागरूकता और आपातकालीन खतरों पर त्वरित प्रतिक्रिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जोर दिया गया। अधिकारी ने यह भी बताया कि बीएसएफ की टीमों ने सोमवार को जम्मू सेक्टर के अरनिया और गडखल क्षेत्रों में भी वीडीजी को प्रशिक्षण प्रदान किया।
अधिकारी के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) और नियंत्रण रेखा (LoC) के निकट रहने वाले वीडीजी, जो नागरिक स्वयंसेवक होते हैं, आग्नेयास्त्रों के इस्तेमाल, आत्मरक्षा की तकनीकों और निगरानी के तरीकों का आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य सीमा पार से ड्रोन या मानव वाहकों के माध्यम से की जाने वाली घुसपैठ और हथियारों, गोला-बारूद व मादक पदार्थों की तस्करी को रोकना है।
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