जल जनित बीमारी : राजौरी के एक गांव में 59 मामले सामने आए

उन्होंने बीमारी का कारण दूषित पानी को बताया, जिसमें ई-कोली बैक्टीरिया पाया गया।


राजौरी, 13 जून : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में पिछले 48 घंटों में डायरिया और गैस्ट्रोएंटेराइटिस के मामलों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है। राहत की बात यह है कि वर्तमान में कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोहर लाल राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 जून से मामले सामने आने लगे थे। इनमें से 16 मरीजों को जीएमसी एसोसिएटेड अस्पताल राजौरी में भर्ती किया गया, जबकि 43 लोगों का इलाज डॉक्टरों की एक मोबाइल टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में किया गया।

डॉ. राणा ने मीडिया में चल रही "रहस्यमय बीमारी" की रिपोर्टों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि यह पूरी तरह से गैस्ट्रोएंटेराइटिस और डायरिया का मामला है। उन्होंने बताया कि बीमारी का मुख्य कारण दूषित जल है, जिसमें ई-कोलाई (E. coli) बैक्टीरिया की पुष्टि हुई है।

स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इलाके के लोगों को सरकारी जल आपूर्ति योजना की सुविधा उपलब्ध नहीं है और वे प्राकृतिक झरनों व कुओं से पानी पीने के लिए मजबूर हैं। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण ये प्राकृतिक जल स्रोत मल से दूषित हो गए, जिससे बीमारी फैल गई।

सीएमओ राणा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी सक्रियता से प्रभावित लोगों के इलाज में जुटा है और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रशासन की ओर से लोगों से आग्रह किया गया है कि वे केवल उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी ही पीएं, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।


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