
जीएमसी अनंतनाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह कदम वंचित वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने और मातृत्व व बाल स्वास्थ्य से संबंधित खर्च को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है। मेडिकल कॉलेज ने इस संबंध में एक आधिकारिक आदेश जारी किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि रोगी देखभाल के हित में इन सेवाओं को पूरी तरह निशुल्क रखा जाएगा।
आदेश में यह भी उल्लेख किया गया है कि एमएंडसीसीएच स्टोर प्रभारी को समय-समय पर जरूरत के अनुसार समुचित मांग प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है, ताकि सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रह सकें।
मेडिकल सुप्रिटेंडेंट ने कहा, “जीएमसी अनंतनाग दक्षिण कश्मीर में एक अग्रणी चिकित्सा संस्थान के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है। हमारा प्रयास है कि मरीजों को श्रीनगर की यात्रा किए बिना स्थानीय स्तर पर ही गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके।”
इस पहल को लेकर नागरिक समाज और स्थानीय निवासियों ने जीएमसी प्रिंसिपल की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान में जेएसएसके योजना को प्रभावी ढंग से लागू कर समय पर हस्तक्षेप करना प्रशंसनीय है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “रोगियों की भलाई और संस्थान के समुचित संचालन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता वास्तव में सराहनीय है।”
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