जम्मू-कश्मीर में आज 'ऑपरेशन शील्ड' का मॉक ड्रिल

अभ्यास में चिकित्सा दलों की तैनाती, रक्त इकाइयों का परिवहन और अन्य आपातकालीन प्रतिक्रिया उपाय भी शामिल होंगे

श्रीनगर, 31 मई : जम्मू-कश्मीर में नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा निदेशालय (कश्मीर और जम्मू) द्वारा शनिवार शाम 5 बजे एक राज्यव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।

यह अभ्यास गृह मंत्रालय द्वारा 7 मई को आयोजित राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल 'ऑपरेशन अभ्यास' के बाद हो रहा है, जिसे युद्ध जैसी आपात स्थिति के लिए राष्ट्रीय तैयारियों के परीक्षण हेतु आयोजित किया गया था। हालाँकि, उस समय जम्मू-कश्मीर में यह ड्रिल रद्द कर दी गई थी।

नागरिक सुरक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने जानकारी दी कि शनिवार को मॉक ड्रिल के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में आपातकालीन अलर्ट सायरन बजाए जाएंगे। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया है कि वे इन सायरनों को लेकर घबराएं नहीं और इसे एक नियमित सुरक्षा अभ्यास के रूप में देखें।

ड्रिल में हवाई हमले के सायरनों का परीक्षण, नागरिक क्षेत्रों में ब्लैकआउट प्रोटोकॉल लागू करना, ड्रोन हमले की स्थिति में सैन्य स्टेशनों से परिवारों की सुरक्षित निकासी, चिकित्सा सहायता दलों की तैनाती और रक्त इकाइयों का स्थानांतरण जैसे उपाय शामिल होंगे।

इस अभ्यास में नागरिक सुरक्षा वार्डन, स्थानीय प्रशासन, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, तथा छात्र स्वयंसेवकों सहित विभिन्न युवा समूह सक्रिय भागीदारी करेंगे।

राज्यव्यापी अभ्यास से पूर्व अनंतनाग, श्रीनगर, बारामूला, कुपवाड़ा, उधमपुर, राजौरी, पुंछ सहित कई जिलों में स्थानीय मॉक ड्रिल आयोजित की जा चुकी है, जिनमें जिला प्रशासन, स्कूल-कॉलेजों और स्वयंसेवकों का समन्वय देखने को मिला।

नागरिक सुरक्षा निदेशालय ने जनभागीदारी की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा है कि ऐसी तैयारियों की सफलता में जनता का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। अधिकारियों ने कहा कि मॉक ड्रिल न केवल आपात स्थितियों में प्रतिक्रिया तंत्र की दक्षता को परखने का अवसर देती है, बल्कि समुदायों में दीर्घकालिक लचीलापन भी विकसित करती है।


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