जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर विभिन्न सेक्टरों में 9वें दिन भी झड़पें जारी रहीं

राजौरी में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की स्थिति में सरकारी माध्यमिक विद्यालय, सरूला के छात्र भूमिगत बंकरों में शरण लेते हुए।

जम्मू, 03 मई : जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, जहां लगातार नौवीं रात पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की गई। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि इस गोलीबारी में हालांकि अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

पाकिस्तानी सेना की ओर से छोटे हथियारों से की गई गोलीबारी ज्यादातर एलओसी तक सीमित रही, जबकि अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर भी परगवाल सेक्टर में एक घटना दर्ज की गई है। यह घटनाक्रम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के बीच सामने आया है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे।

2 और 3 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टरों में भारतीय चौकियों को निशाना बनाते हुए छोटे हथियारों से गोलीबारी की। इस पर भारतीय सेना ने "तुरंत और आनुपातिक रूप से" जवाब दिया, यह जानकारी एक रक्षा प्रवक्ता ने दी।

सीमा पर रहने वाले नागरिकों ने एहतियात के तौर पर अपने सामुदायिक और निजी बंकरों को रहने योग्य बनाने का काम शुरू कर दिया है।

गौरतलब है कि यह गोलीबारी तब शुरू हुई जब भारत ने पहलगाम हमले के कुछ घंटों बाद सिंधु जल संधि को निलंबित किया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए हवाई क्षेत्र और वाघा सीमा को बंद कर दिया, साथ ही भारत के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियों को भी निलंबित कर दिया। पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि जल संसाधनों को मोड़ने का कोई भी प्रयास "युद्ध की कार्रवाई" के रूप में देखा जाएगा।

यह घटनाक्रम फरवरी 2021 में दोनों देशों द्वारा 2003 के संघर्षविराम समझौते का पालन करने की प्रतिबद्धता के बाद बनी शांति की स्थिति में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

भारत-पाकिस्तान की 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा तीन भागों में विभाजित है — 2,400 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB), 740 किमी लंबी नियंत्रण रेखा (LoC), और 110 किमी लंबी वास्तविक स्थल स्थिति रेखा (AGPL)।



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