दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के उप प्रमुख जॉर्गन के एंड्रयूज ने कहा कि मतदान प्रक्रिया अच्छी तथा लोकतांत्रिक दिख रही है

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में छह जिलों की 26 सीटों पर मतदान हो रहा है। विदेश मंत्रालय ने इस चरण का निरीक्षण करने के लिए अमेरिका, नॉर्वे तथा सिंगापुर समेत 16 देशों के राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया है।
दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के उप प्रमुख जॉर्गन के. एंड्रयूज ने कहा कि मतदान प्रक्रिया स्वस्थ और लोकतांत्रिक दिख रही है।
एंड्रयूज ने मतदान केंद्र पर पीटीआई वीडियोज से कहा, "यह उत्साह देखकर बहुत अच्छा लगा, 10 साल के अंतराल के बाद कश्मीरियों को मतदान करते देखना बहुत अच्छा लगा। हम नतीजे देखकर बहुत उत्साहित हैं। यह स्वस्थ तथा लोकतांत्रिक लग रहा है।" अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि यहां की प्रक्रिया उनके देश जैसी ही है।
उन्होंने कहा, "यह बहुत सामान है, हमारे देश में, हम मतदान के लिए स्कूलों का भी उपयोग करते हैं, इसलिए यह बहुत समान लगता है।"
दक्षिण कोरियाई राजनयिक सांग वू लिम को गुलाबी मतदान केंद्र का विचार पसंद आया, जो भारत के चुनाव आयोग की एक पहल है, जहां मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह महिला कर्मचारियों द्वारा किया जाता है।
लिम ने कहा "मैं पहली बार कश्मीर आया हूँ। विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर मुझे खुशी हो रही है। मैं देख रहा हूँ कि यह एक खूबसूरत जगह है और लोग बहुत अच्छे हैं। लोकतंत्र कैसे काम करता है, यह देखना खास है। गुलाबी मतदान केंद्र का यह विचार बहुत ही शानदार है। यह ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को मतदान के लिए आकर्षित करने का एक बढ़िया तरीका है"।
दिल्ली में सिंगापुर के मिशन के उप प्रमुख चेंग वेई वेई एलिस ने कहा कि यहां मतदान का निरीक्षण करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनना अद्भुत था।
उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि सभी मतदाता मतदान करने आए। यह देखना अद्भुत है। यह प्रक्रिया सिंगापुर में चुनाव कराने के तरीके से काफी मिलती-जुलती है। हम मतदान केंद्रों के लिए सरकारी इमारतों का उपयोग करते हैं ताकि मतदाताओं के लिए वहां पहुंचना आसान हो।"
एलिस ने कहा कि प्रतिनिधि “इस यात्रा का आयोजन करने तथा हमें मतदान केंद्रों का दौरा करने की अनुमति देने के लिए विदेश मंत्रालय के आभारी हैं।”
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