पुलिस तथा सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम को उस इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद यह अभियान शुरू हुआ

पुलिस ने बताया कि गुरिनाल गांव के ऊपरी इलाकों में डन्ना धार वन क्षेत्र के पास सुरक्षा बलों द्वारा पहले शुरू किए गए संयुक्त तलाशी अभियान के तहत संपर्क स्थापित होते ही गोलीबारी फिर से शुरू हो गई। दोनों ओर से गोलीबारी हुई।
पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम को उस क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद यह अभियान शुरू हुआ।
हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच कई मुठभेड़ें हुई हैं, जिनमें कई आतंकवादी और उनके कमांडर मारे गए हैं। सुरक्षा बल भी हताहत हुए हैं।
प्रारंभ में पुंछ और राजौरी जिलों तक सीमित आतंकवादी गतिविधियां अब जम्मू के उधमपुर और कठुआ तथा अन्य क्षेत्रों में भी फैल रही हैं, जो कुछ वर्ष पहले तक ऐसी घटनाओं से अपेक्षाकृत मुक्त थे, जैसे कि चिनाब घाटी जिसे आतंकवाद मुक्त घोषित कर दिया गया है।
अत्यधिक प्रशिक्षित आतंकवादी वाहनों पर घात लगाकर हमला कर रहे हैं तथा ग्रेनेड और कवच-भेदी गोलियों के साथ-साथ एम4 असॉल्ट राइफलों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि उग्रवाद में वृद्धि तथा आतंकवादियों द्वारा अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल खतरे के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। लगातार हो रहे हमलों ने राजनीतिक आलोचना को जन्म दिया है, सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की है तथा लोगों की चिंता को बढ़ाया है।
विश्लेषकों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में कश्मीर घाटी को जम्मू से विभाजित करने वाले पीर पंजाल क्षेत्र में उग्रवाद में वृद्धि देखी गई है।
कश्मीर में लगातार जारी आतंकवाद-रोधी अभियानों ने आतंकवादियों को पहाड़ों की ओर धकेल दिया है, जहां वे छिपकर सुरक्षा बलों पर हमले करने के लिए सही समय का इंतजार करते हैं।
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