रिपोर्ट के अनुसार मरीज की मौत हो गई।
उप-जिला अस्पताल (एसडीएच) बनिहाल में एक असहाय बुजुर्ग व्यक्ति अपने मरीज को कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देते हुए दिखाई दे रहा है, जबकि वीडियो बनाने वाले ने स्टाफ रूम सहित आसपास के क्षेत्र को खाली दिखाया है।
वीडियो रिकॉर्ड करने वाले व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, की "मरीज को उसके अटेंडेंट सीपीआर दे रहे हैं, यहां कोई डॉक्टर नहीं है।"
वीडियो को क्षेत्र के जेकेएनसी नेता सज्जाद शाहीन ने साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह आज सुबह एसडीएच में एक मरीज को मरते हुए देखकर बहुत दुखी और क्रोधित हैं, क्योंकि सुबह 7 बजे कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था।
शाहीन ने अपने आधिकारिक फेसबुक हैंडल पर लिखा, "उनके बेटे को उन्हें बचाने के लिए छाती को हाथ से दबाने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह घोर लापरवाही अक्षम्य है तथा इस पर तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है। उनके परिवार और रिश्तेदारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ।"
इसके बाद, रामबन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा एक आदेश जारी कर घटना की जांच के आदेश दिए गए।
सीएमओ के आदेश में कहा गया है, "इस कार्यालय को एक वीडियो मिला है जिसमें देखा गया है कि एक अटेंडेंट कैजुअल्टी रूम में मरीज को सीपीआर दे रहा है, लेकिन उस समय कोई डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं है। इस शिकायत के तथ्यों का पता लगाने के लिए अधिकारी/कर्मचारियों की निम्नलिखित समिति गठित की जाती है, जो मामले की गहराई से जांच करेगी और निश्चित टिप्पणियों के साथ तथ्यात्मक रिपोर्ट दो दिनों के भीतर इस कार्यालय को सौंपेगी।"
आदेश के अनुसार जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद इकबाल मलिक तथा चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहम्मद सैयद को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
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