NIA ने आतंकी तंत्र पर शिकंजा कसते हुए , कश्मीर में 13 जगहों पर छापे मारे की

एजेंसी ने कश्मीर के अनंतनाग, श्रीनगर, पुलवामा, शोपियां तथा बडगाम जिलों में सिलसिलेवार छापेमारी की


श्रीनगर 15 मई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को कहा कि उसने आतंकवादी समर्थकों, कैडरों, हाइब्रिड आतंकवादियों तथा ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के 13 स्थानों पर तलाशी ली, जो नवगठित शाखाओं तथा आतंकी संगठनों के सहयोगियों से जुड़े थे। 

जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसने आतंक, हिंसा तथा विध्वंस फैलाकर जम्मू-कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने के लिए कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकवादी संगठनों तथा उनके संगठनों/सहयोगियों पर कड़ी कार्रवाई की।

एजेंसी ने कश्मीर के अनंतनाग, श्रीनगर, पुलवामा, शोपियां तथा बडगाम जिलों में सिलसिलेवार छापे मारे तथा आपत्तिजनक सामग्री/दस्तावेज आदि जब्त किए। 

"एनआईए ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश -ए-मोहम्मद (JeM), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (HM), अल-बद्र, अल-कायदा" सहित कई अभियुक्त पाक समर्थित आतंकवादी संगठनों के नवगठित ऑफशूट तथा सहयोगियों से जुड़े हमदर्दों / कैडरों, हाइब्रिड आतंकवादियों तथा ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के 13 स्थानों पर व्यापक तलाशी शुरू की। 

ये छापे आतंकी साजिश के मामले में एनआईए की चल रही जांच का हिस्सा थे, जिसमें द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके) जैसे विभिन्न नए लॉन्च किए गए संगठनों के समर्थन में ओजीडब्ल्यू तथा कैडरों की गतिविधियां शामिल थीं। मुजाहिदीन गज़वत-उल-हिंद (MGH), जम्मू और कश्मीर स्वतंत्रता सेनानी (JKFF), कश्मीर टाइगर्स, PAAF, अन्य भी शामिल थे।

आतंकवादी तथा हिंसक गतिविधियों के अलावा, ये कैडर तथा कार्यकर्ता चिपचिपे बमों/चुंबकीय बमों, आईईडी, धन, नशीले पदार्थों और हथियारों/गोला-बारूद के संग्रह तथा वितरण में शामिल पाए गए थे।

एनआईए की जांच में आगे पता चला था कि कश्मीर घाटी में ड्रोन के माध्यम से इन कैडरों तथा श्रमिकों को हथियार / गोला-बारूद, विस्फोटक, नशीले पदार्थ आदि पहुंचाने में पाक स्थित गुर्गों की संलिप्तता थी। कश्मीर में ओजीडब्ल्यू और कैडरों से जुड़ने के लिए सीमा पार के गुर्गों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा था।

एनआईए ने 21 जून 2022 को स्वप्रेरणा से मामला (आरसी-05/2022/एनआईए/जेएमयू) दर्ज किया था। साजिश तथा योजनाओं से संबंधित मामला, इन अभियुक्त आतंकवादी संगठनों द्वारा शारीरिक रूप से तथा साथ ही साइबर स्पेस में रचा गया था।  षड्यंत्रकारियों का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में चिपचिपे बमों, आईईडी और छोटे हथियारों आदि के साथ हिंसक आतंकवादी हमले करना था, स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर तथा भूमिगत कार्यकर्ताओं को जुटाकर तथा तैनात करके आतंक और हिंसा के कृत्यों को अंजाम देने की एक बड़ी साजिश के हिस्से के रूप में तैयार करना था। इस मामले की जांच के सिलसिले में इस महीने की शुरुआत से अब तक एनआईए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 70 से ज्यादा तलाशी ले चुकी है। 

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