जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष जांच इकाई ने किश्तवाड़ जिले में छापेमारी की। पुलिस ने कहा कि वे स्थानीय युवाओं को आतंकी रैंकों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी बनाने में सक्रिय थे।

पुलिस ने उनकी पहचान हुल्लर निवासी शाहनवाज कंठ उर्फ मुन्ना उर्फ उमर, जामिया मस्जिद मुहल्ले के नईम अहमद उर्फ आमिर उर्फ गाजी तथा जावेद हुसैन गिरि उर्फ मुजामिल, किचलू मार्केट इलाके के मोहम्मद इकबाल उर्फ बिलाल, जेवर की सेमना कॉलोनी निवासी मुजफ्फर अहमद के रूप में की है। सभी किश्तवाड़ के रहने वाले हैं।
किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) खलील अहमद पोसवाल ने कहा कि आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच के लिए गठित जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) की विभिन्न टीमों ने एक साथ सभी स्थानों पर छापेमारी की।
उन्होंने कहा कि SIU ने जम्मू में एनआईए अदालत से इन आतंकवादियों के परिसरों की तलाशी लेने के आदेश मांगे थे, जो पाकिस्तान में डेरा डाले हुए थे, लेकिन स्थानीय युवाओं को आतंकी रैंकों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी बनाने में सक्रिय थे।
यह बताते हुए कि वे किश्तवाड़ जिले के 36 आतंकवादियों के साथ पाकिस्तान में डेरा डाले हुए थे, उन्होंने कहा कि पुलिस ने पहले उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल से संपर्क करने के लिए गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया था।
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