मिली जानबकारी के मुताबिक अमित शाह बैठक के दौरान 1235 करोड़ रुपये मूल्य की 9298 किलोग्राम जब्त दवाओं को नष्ट करने की निगरानी भी करेंगे।
प्रवक्ता के द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक बैठक के दौरान, समुद्री मार्ग के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी को कम करने के तरीकों, मादक पदार्थों के तस्करों पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई के परिणामस्वरूप जीरो टॉलरेंस, राज्य और केंद्रीय दवा कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सहज समन्वय और सहयोग और रोकथाम जैसे पहलुओं पर उचित जोर दिया जाएगा। भारत को नशामुक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने नशों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।
मादक पदार्थों की तस्करी का मुद्दा केंद्र या राज्य का नहीं बल्कि राष्ट्रीय मुद्दा है और इससे निपटने के प्रयास भी राष्ट्रीय और एकीकृत होने चाहिए। नष्ट की गई कुल दवाओं में से 3138 करोड़ रुपये मूल्य की 1,29,363 किलोग्राम जब्त की गई दवाओं को अकेले एनसीबी ने नष्ट किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने संस्थागत ढांचे को मजबूत करने, सशक्तिकरण और सभी नारकोटिक्स एजेंसियों के समन्वय और नशीले पदार्थों पर नकेल कसने के लिए एक व्यापक जागरूकता अभियान के लिए तीन सूत्री फॉर्मूला अपनाया था। नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में नवीनतम तकनीक को उपयोग में लाने के लिए आगे का रास्ता होना चाहिए और अफीम की खेती करने वाले क्षेत्रों की पहचान और नियंत्रण के लिए ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सैटेलाइट मैपिंग का उपयोग सावधानी से किया जाना चाहिए।
0 टिप्पणियाँ