बारामूला के पांच युवकों को सोशल मीडिया के जरिए सीमा पार से कट्टरपंथियों द्वारा आतंकवाद में भर्ती होने के लिए किया जा रहा था प्रभावित: पुलिस

ये युवक आतंकी संगठनों में भर्ती होने के लिए सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के हैंडलर्स के संपर्क में थे 
श्रीनगर, 24 जनवरी: पुलिस ने मंगलवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में दो किशोरों सहित पांच युवकों को आतंकवाद में शामिल होने से रोकने का दावा किया।

एक हैंडआउट का हवाला देते हुए GNS ने बताया कि पुलिस और सेना की मदद से  बारामुल्ला के 5 युवाओं को उग्रवादी गतिविधियों में शामिल होने से बचाया।  

बारामूला पुलिस ने सेना की 29 आरआर के साथ 2 किशोर (पहचान सुरक्षित) सहित 5 युवकों को आतंकवादी रैंकों में शामिल होने से बचाने में सफलता हासिल की है। 

पुलिस प्रवक्ता ने बताया की  गुप्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पता चला है कि कुछ युवकों को पाकिस्तान से आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए बहकाया जा रहा है। 

सूचना मिलने पर सुरक्षाबलों ने सबसे पहले इन युवकों का पता लगाया और उनके माता-पिता की मदद से उनसे लगातार पूछताछ की गई। उनके खुलासे से पता चला कि ये युवक आतंकी संगठनों में भर्ती होने के लिए सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के आतंकी आकाओं के संपर्क में थे।

उग्रवादी संगठन के मुखिया लगातार इन लड़कों के दिमाग को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश कर रहे थे। इन सभी लड़कों को उचित परामर्श के बाद अब उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है।

उन्होंने कहा कि जेके पुलिस और भारतीय सेना कश्मीर के युवाओं को गुमराह करने और कट्टरपंथी बनाने के दुश्मन के सभी नापाक मंसूबों को नाकाम करने के अपने संकल्प पर अडिग हैं।

सभी माता-पिता से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें और पुलिस का सहयोग करें।

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