बालटाल आधार शिविर भक्तिमय हलचल से गुलजार

आधी रात के आसपास, सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में सिंध नाले के किनारे स्थित विशाल बालटाल बेस कैंप में उत्सव का माहौल शुरू हो गया।


बालटाल, 04  जुलाई : अमरनाथ यात्रा की शुरुआत के साथ ही गंदेरबल जिले के बालटाल आधार शिविर में उत्सव जैसा माहौल रहा। मध्य रात्रि के आसपास, सुरक्षा बलों की कड़ी सुरक्षा के बीच सिंध नाले के तट पर स्थित विशाल बालटाल आधार शिविर में उत्सव का उत्साह शुरू हो गया।

अच्छी तरह से रोशनी से सजे और सुसज्जित लंगरों (सामुदायिक रसोई) से लाउडस्पीकरों पर भजनों की ध्वनि गूंज रही थी, जबकि स्थानीय लोग यात्रियों को पूजा सामग्री और अन्य सामान बेचते नजर आए। यात्री बेस कैंप में स्वतंत्र रूप से घूमते और तस्वीरें खींचने में व्यस्त दिखे। कई यात्रियों ने कहा कि वे यात्रा को लेकर उत्साहित हैं।

दिल्ली से आए यात्री कमल मिश्रा ने कहा, "हमारे मन में कोई डर नहीं है। यहां सरकार और प्रशासन की व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं। स्थानीय लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं।"

पंजाब से आए तीर्थयात्री सुरेश सिंह ने कहा, "हम यात्रा को लेकर उत्साहित हैं। मैं दूसरी बार आ रहा हूं, लेकिन मंदिर की हर यात्रा मुझे और अधिक उत्साहित कर देती है।"

यात्रियों के एक समूह ने कहा, "हर गुजरते साल के साथ यात्रा के लिए सुविधाएं और व्यवस्थाएं बेहतर होती जा रही हैं। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने यात्रा को और अधिक आरामदायक और सुचारू बना दिया है।"

बालटाल में आम दृश्य स्थानीय लोगों का है, जो वार्षिक यात्रा के दौरान अमरनाथ यात्रियों को प्रमुख सेवा प्रदाता होते हैं। स्थानीय सेवा प्रदाताओं ने यात्रियों के लिए कियोस्क और टेंट लगा दिए हैं और वे इनका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

आधार शिविर से निकलने के बाद यात्री गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए छोटा रास्ता अपनाते हैं, जो लगभग 14 किमी दूर है।हालाँकि, यह मार्ग खड़ी चढ़ाई वाला और कठिन है।बालटाल से यह यात्रा डोमियाल, बरारी और संगम से होकर गुफा मंदिर तक पहुँचती है।मार्ग में स्थानीय लोग यात्रियों को या तो टट्टुओं पर या फिर कंधों पर उठाकर ले जाते हुए दिखाई देते हैं।

गुफा तक जाने वाला दुर्गम मार्ग 'जय बोले' का नारा लगाते यात्रियों से गुलजार है। स्थानीय लोग पैदल चलने वालों को पहाड़ी छोर पर ही रहने और घाटी की ओर न जाने की सलाह देते देखे गए, नहीं तो वे गिर जाएंगे। गुफा के रास्ते में शिवलिंग की तस्वीरों वाली कई चाय की दुकानें हैं।

इससे पहले, कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने बालटाल आधार शिविर से अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए यात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसके साथ ही इस वर्ष की यात्रा आधिकारिक रूप से शुरू हो गई।

इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सचिव शाहिद इकबाल चौधरी, जो बालटाल मार्ग के नोडल अधिकारी भी हैं, गंदेरबल के उपायुक्त जतिन किशोर और गंदेरबल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खलील पोसवाल भी उपस्थित थे।

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बिधूड़ी ने कहा कि अमरनाथ यात्रा महज एक धार्मिक यात्रा नहीं बल्कि ‘लोगों की यात्रा’ है, जो इसके व्यापक सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं, जिनमें उन्नत चिकित्सा सुविधाएं, स्वच्छता सेवाएं और सुरक्षा उपाय शामिल हैं।


  

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