अधिकारी के अनुसार, डोडा जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण कई लोगों की जान चली गई।
डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) श्रीधर पाटिल ने स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए लोगों से नदियों और उफनती धाराओं से दूर रहने की अपील की। एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “डोडा जिले में वर्षा जनित घटनाओं के चलते कुछ लोगों की मृत्यु हुई है। चिनाब नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है, कृपया कोई भी व्यक्ति नदियों के निकट न जाए।”
इस बीच, बुधवार को राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने जम्मू की तवी नदी में फंसे एक व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला। व्यक्ति रातभर की तेज बारिश के बाद बढ़े जलस्तर में फंसा हुआ था, जिसे एसडीआरएफ की टीम ने सीढ़ियों की सहायता से बचाया।
भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हुआ है। मेहर और टी2 टनल मार्ग पर मलबा गिरने के कारण चंद्रकोट के पास यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।
इससे पहले, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने देश के विभिन्न हिस्सों में भारी वर्षा को लेकर चेतावनी जारी की थी। जम्मू संभाग में एक ओर जहां बारिश का कहर जारी है, वहीं लू की स्थिति भी बनी हुई है।
आईएमडी के अनुसार, 25 से 27 जून के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है, जबकि 27 से 30 जून के बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग ने 24 से 30 जून तक उत्तर-पश्चिम भारत में हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ छींटे, बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भविष्यवाणी की है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने की अपील की है।
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