उन्होंने कहा, "हम पूरी तरह से तैयार हैं। हम नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से होने वाली किसी भी घटना का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।"

उन्होंने बताया कि ये हमले 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई की सुबह शुरू किए गए थे। भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8 से 10 मई के बीच जवाबी हमलों की कोशिश की, लेकिन कोई विशेष सफलता नहीं मिली।
सेना अधिकारी ने बताया, “ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमारे सैनिकों ने आतंकवादियों के नौ ठिकानों में से सात को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह ध्वस्त किया। दुश्मन के लगभग 50 लड़ाके मारे गए हैं।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों पर ड्रोन, मिसाइलों और तोपखाने से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने सभी खतरों को सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया।
सेना के अनुसार, पाकिस्तान द्वारा नागरिक ठिकानों को निशाना बनाए जाने के बावजूद भारत ने जवाबी कार्रवाई में केवल सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाया।
अधिकारी ने कहा, “हम किसी भी दुस्साहस का निर्णायक जवाब देंगे, और यदि आवश्यकता पड़ी तो ‘उसी की धरती पर’ देंगे। हमारे सैनिकों का मनोबल ऊंचा है और वे नियंत्रण रेखा पर चौबीसों घंटे अलर्ट पर हैं।”
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के छद्म युद्ध और लगातार उकसावे ने भारत को कड़ा और सटीक जवाब देने के लिए मजबूर किया।
ऑपरेशन के बाद, दोनों पक्षों के बीच 10 मई को अस्थायी रूप से शत्रुता समाप्त करने पर सहमति बनी, लेकिन नियंत्रण रेखा पर निगरानी और सतर्कता उच्चतम स्तर पर बनी हुई है।
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