कठुआ में पिछले नौ दिनों में तीसरी मुठभेड़

सूत्रों के अनुसार, हिंसक मुठभेड़ के मद्देनजर इलाके की घेराबंदी कर दी गई है ताकि जंगल में फंसे तीन आतंकवादी भाग न सकें। इससे पहले, उप महानिरीक्षक शिव कुमार शर्मा ने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक अंतिम आतंकवादी को ढेर नहीं किया जाता। उन्होंने सीमा के निकट रहने वाले नागरिकों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने का आग्रह किया।
शिव कुमार शर्मा ने रियासी में संवाददाताओं से कहा, "ऑपरेशन जारी है और जब तक एक भी आतंकवादी बचा है, जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने मिशन में लगी रहेगी। हमारा बल आतंकवाद को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है।"
सुरक्षा बलों ने हवाई निगरानी और खोजी कुत्तों की मदद से तीन आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी है। तलाशी के दौरान राजबाग क्षेत्र के रुई, जुथाना, घाटी और सान्याल के वन क्षेत्र तथा बिलावर के कुछ हिस्सों में सुरक्षा बलों का गहन अभियान चल रहा है।
रविवार रात, काले कपड़े पहने तीन लोग रुई गांव में एक बुजुर्ग महिला के घर में घुस आए थे और उससे पानी मांगा। महिला ने डर के मारे दूसरे कमरे में भागते हुए बताया कि आतंकवादियों ने रोटियां और सब्जियां जबरन छीन लीं और जंगल की ओर भाग गए। उन्होंने महिला को 500 रुपये के दो नोट भी देने की कोशिश की, लेकिन महिला ने इनकार कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों की गतिविधियों के बाद छह लोगों को हिरासत में लिया गया है, जो संभवतः आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे थे। ये लोग मोहम्मद लतीफ के परिवार से हैं, जो पिछले साल सेना के ट्रक पर हमले के आरोप में जेल में बंद हैं।
इसके अलावा, सुरक्षा बलों ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास सांबा सेक्टर, रियासी और उधमपुर जिलों में भी तलाशी अभियान शुरू किया। उधमपुर-रियासी रेंज के डीआईजी रईस मोहम्मद भट ने कहा कि सुरक्षा बलों ने रक्षात्मक स्थिति बनाए रखी है।
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