उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने सीमा की अखंडता की रक्षा के लिए एक विशेष रणनीति लागू की है।
आईजी ने कहा कि बीएसएफ ने सीमा की अखंडता की रक्षा के लिए एक विशेष रणनीति लागू की है।
समाचार एजेंसी केआईएनएस के अनुसार, बीएसएफ की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर जम्मू में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, बूरा ने बल की उल्लेखनीय वृद्धि की प्रशंसा की, जो केवल 25 बटालियनों से बढ़कर 193 हो गई है, जिससे यह दुनिया भर में सबसे सक्षम तथा कुशल सीमा सुरक्षा बलों में से एक बन गया है।
उन्होंने शांतिकाल और संघर्षकाल दोनों में राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में बीएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया, जिससे वैश्विक सीमा सुरक्षा में एक मजबूत बल के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है।
बूरा ने कहा, "पिछले छह दशकों में, बीएसएफ सीमा सुरक्षा में वैश्विक नेता के रूप में विकसित हुआ है।" "हम अत्याधुनिक एंटी-ड्रोन सिस्टम सहित आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित हैं। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सेना के साथ हमारा समन्वय सुरक्षा उल्लंघनों, जैसे ड्रोन गिराने को रोकने के लिए आवश्यक है"
बूरा ने आगे आश्वासन दिया कि बीएसएफ अत्याधुनिक तकनीक, रणनीतिक योजना और प्रभावी समन्वय के साथ उभरते खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, "हमने हर सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए एक मजबूत प्रणाली विकसित की है और जम्मू की सीमाओं की सुरक्षा के लिए हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है"
आईजी ने संभावित खतरों से आगे रहने के लिए बल की व्यावसायिकता, लचीलेपन तथा ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकी सहित उन्नत निगरानी प्रणालियों के उपयोग पर प्रकाश डाला।
0 टिप्पणियाँ