डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर, आंतरिक सुरक्षा, खालिस्तान समर्थक मुद्दों पर चर्चा होगी

प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, एनएसए तीन दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेंगे


नई दिल्ली, 28  नवंबर : अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार से भुवनेश्वर में शुरू हो रहे देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के तीन दिवसीय सम्मेलन में आंतरिक सुरक्षा, जम्मू-कश्मीर, खालिस्तान समर्थक तत्वों और साइबर अपराध से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल सहित अन्य पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षकों (आईजीपी) सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां माओवादी खतरे, एआई उपकरणों द्वारा उत्पन्न चुनौतियों और ड्रोन से उत्पन्न होने वाले खतरों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। 

डीजीपीऔर आईजीपी रैंक के लगभग 250 अधिकारी सम्मेलन में शारीरिक रूप से भाग लेंगे, जबकि 200 से अधिक अन्य इसमें आभासी रूप से भाग लेंगे। का काम सौंपा गया है। इन सभी उभरती आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए, इस पर विस्तृत विचार-विमर्श होगा । सम्मेलन में ठोस कार्रवाई बिंदुओं की पहचान करने तथा  उनकी प्रगति की निगरानी करने का अवसर भी मिलता है, जिसे हर साल प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है । अधिकारी ने कहा कि यह सम्मेलन पहचाने गए विषयों पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुलिस और खुफिया अधिकारियों को शामिल करते हुए व्यापक विचार-विमर्श का समापन है। सम्मेलन में प्रत्येक विषय के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रस्तुत किया जाएगा ताकि राज्य एक-दूसरे से सीख सकें। 2014 से, प्रधानमंत्री ने डीजीपी सम्मेलन में गहरी दिलचस्पी ली है। इस वर्ष के सम्मेलन में नाश्ते, दोपहर के भोजन तथा  रात के खाने पर मुक्त विषयगत चर्चा की भी योजना बनाई गई है। यह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को देश को प्रभावित करने वाले प्रमुख पुलिसिंग और आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर प्रधानमंत्री के साथ अपने विचार और सिफारिशें साझा करने का अवसर प्रदान करेगा। 2013 तक, वार्षिक बैठक नई दिल्ली में आयोजित की जाती थी। अगले वर्ष, मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद, गृह मंत्रालय (एमएचए) और खुफिया ब्यूरो (आईबी) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय राजधानी के बाहर आयोजित करने का निर्णय लिया गया। तदानुसार, 2014 में गुवाहाटी, 2015 में कच्छ के रण में धोर्डो, 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद; 2017 में बीएसएफ अकादमी, टेकनपुर; 2018 में केवड़िया; 2019 में आईआईएसईआर, पुणे; 2021 में पुलिस मुख्यालय, लखनऊ; 2023 में दिल्ली के पूसा में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर और 2024 में जयपुर में सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस परंपरा को जारी रखते हुए, इस बार सम्मेलन का आयोजन भुवनेश्वर में किया जा रहा है। लोगों की सेवा में पुलिसिंग को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यावसायिक सत्रों और विषयों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

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