कुलगाम के मुदेरगाम और फ्रिसल चिन्निगाम इलाकों में शनिवार दोपहर को शुरू हुआ अभियान अब समाप्त हो गया है।
कश्मीर पुलिस के महानिरीक्षक (आईजीपी) विधि कुमार बिरदी ने समाचार एजेंसी को बताया, की "कुलगाम में अलग-अलग मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए तथा दो सैनिक शहीद हो गए अभी ऑप्रेशन समाप्त हो गया है।" "आतंकवादी हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन के थे।"
पुलिस के अनुसार, फ्रिसल चिन्निगाम से चार आतंकवादियों के शव बरामद किए गए, तथा मुदेरगाम से दो आतंकवादियों के शव बरामद किए गए, साथ ही चार एके-47 राइफलें, दो पिस्तौल तथा अन्य गोला-बारूद और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।
फ्रिसल चिन्निगाम मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की पहचान कैमोह के रेडवानी बाला निवासी बशीर अहमद डार के बेटे यावर बशीर के रूप में हुई है, जाहिद अहमद डार दासेंद यारीपोरा के गुलाम मुहम्मद डार का बेटा, तौहीद अहमद राथर औदुर कुलगाम के अब्दुल सतार राथर का बेटा तथा शकील अहमद वानी बटपोरा खुरी बटपोरा कुलगाम के मुहम्मद शरीफ वानी का बेटा।
मुदेरगाम मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की पहचान कुटीपोर, शोपियां के आदिल हुसैन वानी और कनिपोरा, शोपियां के फैसल बशीर लोन के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा कि मारे गए आतंकवादी वर्ष 2021 और 2022 के दौरान आतंकवादी रैंक में शामिल हुए थे और निर्दोष नागरिकों पर हमले सहित कई अपराधों में शामिल थे।
मुठभेड़ में एल एन के प्रदीप कुमार और सिपाही प्रवीण जंजाल प्रभाकर के रूप में पहचाने गए दो सैनिक भी शहीद हो गए।
छिपे हुए आतंकवादियों को खोजने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ द्वारा इन इलाकों की घेराबंदी करने के बाद शनिवार दोपहर को गोलीबारी शुरू हो गई।
तलाशी शुरू होने के तुरंत बाद, छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। जिसके बाद रात तक गोलीबारी जारी रही, हालांकि, कड़ी घेराबंदी के बीच अभियान स्थगित कर दिया गया तथा रविवार सुबह फिर से शुरू किया गया।
फ्रिसल चिन्नीगाम में मारे गए चार आतंकवादियों के शव रविवार सुबह बरामद किए गए और मुदरगाम में मलबे से दो और आतंकवादियों के शव बरामद किए गए।
यह जम्मू-कश्मीर में चालू वर्ष में सबसे बड़े आतंकवाद विरोधी अभियानों में से एक है, जिसमें छह आतंकवादी मारे गए।
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