रियासी, डोडा, रामबन, जम्मू जिलों में तलाशी ली गई

अधिकारियों ने कहा कि यह मामला विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनके सहयोगियों तथा शाखाओं के कैडरों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) द्वारा रची गई आतंकवादियों तथा विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की गहरी आपराधिक साजिश का पता लगाने के लिए दर्ज किया गया था।
अधिकारियों ने कहा “खुफिया जानकारी के अनुसार, कई सीमा गाइड तथा कूरियर भीतरी इलाकों में सक्रिय हैं और विभिन्न तंजीमों (संगठनों) के आतंकवादियों के नेटवर्क की सहायता करते हैं, सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की सुविधा प्रदान करते हैं तथा उन्हें कठिन और विश्वासघाती इलाकों के माध्यम से मार्गदर्शन करते हैं। इसके अलावा, उनमें से कई अपने मोबाइल फोन और विभिन्न ऐप का उपयोग करके सीमा पार से सक्रिय पाकिस्तानी आकाओं और सक्रिय आतंकवादियों के संपर्क में हैं”।
राज्य जांच एजेंसी ने जम्मू में नामित अदालत से तलाशी वारंट प्राप्त करने के बाद जम्मू प्रांत में कई स्थानों पर तलाशी ली।
“तलाशी सुबह-सुबह एक साथ सात अलग-अलग स्थानों पर शुरू की गई, यानी डोडा जिले में तीन, डोडा शहर के हसन बाबर नेहरू के आवासीय परिसर, भगवाह डोडा के मुहम्मद इरफान और फाग्सू डोडा के सबदर अली, रियासी जिले में अरनास के अब्दुल रशीद और पौनी की शमशाद बेगम के आवासीय परिसर में, रामबन जिले में खारी के अब्दुल रशीद नाइक के आवासीय परिसर में और जम्मू में सिधरा में सज्जाद अहमद उर्फ शादू के आवासीय परिसर में, तलाशी अभियान चलाया गया”।
अधिकारियों ने कहा, "एसआईए टीमों ने तलाशी के दौरान कई एंड्रॉइड मोबाइल फोन तथा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की, जिससे आतंकवादी नेटवर्क की गहरी साजिश का पता चल सकता है।"
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